पंजाब यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों को कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है । इन्हीं मुद्दों को लेकर पिछले सत्र की शुरुआत में विद्यार्थियों द्वारा संघर्ष किया गया। प्रशासन की तरफ़ से मांगे तो मान ली गयी परन्तु उस पर कभी कार्यवाही नहीं की गयी या फिर अधूरा छोड़ दिया गया ।
अधिकारी कैंपस में शैक्षणिक माहौल को स्थापित करने के दावे करते हैं । पर इसके लिए जो कदम प्रशासन को उठाने चाहिए, उन्हीं के लिए विद्यार्थियों को संघर्ष करता पड़ता है। यूनिवर्सिटी परिसर में वी.आई.पी कल्चर (संस्कृति) को समाप्त करने और शैक्षणिकमाहौल को स्थापित करने के लिए चार-पहिया वाहन को बंद करने की मांग उठायी गयी थी ।इस मुद्दे पर विद्यार्थियों की राय जानने के लिए प्रशासन ने जनमत संग्रह(वोटिंग) करवाया था । जिसमें चारपहिया वाहन बंद करने के हक में स्पष्ट रूप से बहुमत मिला । पर प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की है ।पहले तो एक पार्किंग कॉमेटी बना कर इस मामले को सिर्फ़ ट्रैफिक नियन्त्रण करने तक सीमित करने की कोशिश की गयी परन्तु फिर उस पर भी गौर नहीं किया गया । असलियत में प्रशासन के अच्छे माहौल बनाने के दावों पर भी संदेह होता है ।